चलो सपनों में मिलते हैं




चलो सपनों में मिलते हैं
कि नींद बांट लेते हैं
ज़माने की नज़र से दूर जाकर घूम आते हैं
नई दुनिया बसाते हैं
जहां न कोई रोकने वाला
न टोकन वाला हो
न कोई डर दुनिया
न कोई डर समय का
जहां बारिश प्यार
हमें मदहोश कर जाए
तुम्हारे सामने हूँ
हमारे सामने तुम हो
चलो इस जिंदगानी में
अमर कर अपनी कहानी को
तो सपनों में मिलते हैं
प्यार ओढ़ लेते हैं ...!

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